जर्मनी के बावरिया शहर में नूर्नबर्ग नाम का एक स्थान हुआ करता था,
जहाँ १९४५-४६ में सैन्य ट्रिब्यूनल की एक
श्रृंखला आयोजित की गयी जिसके आयोजक थे द्वितीय
विश्व युद्ध के विजयी मित्र देश.
इस सैन्य ट्रिब्यूनल
को ‘नूर्नबर्ग परीक्षण’ का नाम दिया गया लेकिन इस परिक्षण के शुरू होने
से पहले ही इस युद्ध के कई मुख्य आर्किटेक्ट लोगो जैसे कि एडॉल्फ हिटलर, हेनरिक
हिमलर, और जोसेफ गोएब्बेल्स
ने आत्म हत्या कर ली थी. इसी नूर्नबर्ग परीक्षण को लेकर रूसी
फिल्मकार रोमन कारमेन ने नाम से एक डोक्युमेनट्री बनाई जिसका नाम था “नूर्नबर्ग परीक्षण” ५८ मिनट की इस फिल्म १९४७ में रिलीज़ हुई थी.
इस बेहद चर्चित फिल्म का यह पहला भाग.