जब पेरिस की कलाकार जुलियना सांताक्रुज
हेरेरा ने देखा कि पेरिस
की सड़कें बहुत टूटी-फूटी और और उदास हैं, इन्हें ताजा स्पर्श की जरूरत है
. इसी अवधारणा को मन में सहेजें
उन्होंने फैसला किया कि वह शहर की
सड़कों के गड्ढों को रंगीन कपड़ों की चोटियाँ बना कर भरेगी और उसने ऐसा किया भी. उन्होने रंगीन चोटियाँ बना कर सड़कों के गड्ढों
को भर कर आकर्षक बनाया और पेरिस की ग्रे सड़कों से अपनी कला से सराबोर कर रंगीन कर दिया.
2 टिप्पणियां:
कुछ दुनिया में ऐसे भी साझेधार हैं, कहते जिन्हें हम कलाकार हैं
कुछ दुनिया में ऐसे भी साझेधार हैं, कहते जिन्हें हम कलाकार हैं
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